आर्थिक रुकावट दूर करने वाले 3 शक्तिशाली वशीकरण उपाय जो कुंडली दोष से बचाएं

कुंडली दोष और आर्थिक बाधाओं को तोड़ता शक्तिशाली वशीकरण उपाय

कुंडली दोष वशीकरण उपाय न केवल वैदिक दृष्टिकोण से सिद्ध हैं, बल्कि ये उन लोगों के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं जो बार-बार आर्थिक कठिनाइयों, व्यवसाय में हानि, नौकरी में रुकावट और धन की कमी से जूझ रहे हैं। जब जन्मपत्रिका (कुंडली) में शत्रु ग्रह जैसे राहु, केतु, शनि या मंगल अशुभ स्थिति में होते हैं, तो वे आर्थिक प्रवाह को बाधित करते हैं। ऐसे में कुछ शक्तिशाली वशीकरण उपाय इन दोषों को शांत कर सकते हैं और आपके जीवन में फिर से धन, सफलता और स्थिरता ला सकते हैं।


नींबू और लौंग का वशीकरण प्रयोग (शनिदोष शांति हेतु)

सामग्री:

  • एक हरा नींबू
  • चार लौंग
  • काली स्याही का पेन
  • एक साफ कपड़ा

विधि:

  • शनिवार के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें।
  • नींबू के चारों ओर चार लौंग चुभोएं और उस पर काली स्याही से “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं नमः” लिखें।
  • नींबू को दाहिने हाथ में लेकर 21 बार नीचे दिए गए मंत्र का जाप करें:
    “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।”
  • फिर इस नींबू को घर के मुख्य द्वार पर रख दें।

लाभ:

  • शनिदोष के कारण उत्पन्न आर्थिक बाधाओं से राहत मिलती है।
  • नकारात्मक ऊर्जा घर से दूर रहती है।
  • व्यापार और नौकरी में स्थिरता आती है।

सावधानी:

  • हर शनिवार इस उपाय को दोहराएं।
  • पुराने नींबू को बहते पानी में प्रवाहित करें।

कुंडली दोष दूर करने वाला लाल धागे का प्रयोग

सामग्री:

  • लाल रंग का शुभ धागा
  • 7 गाठें
  • गाय का घी
  • एक मिट्टी का दीपक

विधि:

  • मंगलवार की रात को 7 गाठें बनाकर धागे को हनुमान मंदिर में ले जाएं।
  • दीपक में गाय का घी भरें और उसमें बत्ती लगाकर हनुमानजी के सामने जलाएं।
  • अब नीचे दिए गए मंत्र का 108 बार जाप करें:
    “ॐ रामदूताय नमः।”
  • जाप के बाद वह धागा अपनी तिजोरी, अलमारी या दफ्तर के गल्ले में रखें।

लाभ:

  • मंगल दोष और अन्य कुंडली दोषों को शांत करता है।
  • व्यवसाय में रुकी हुई धनधारा पुनः शुरू होती है।
  • घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।

विशेष:

  • इसे प्रति मंगलवार दोहराना अत्यंत शुभ होता है।

21 गोमती चक्र और हल्दी से बना वशीकरण तंत्र

सामग्री:

  • 21 गोमती चक्र
  • हल्दी की गांठ
  • लाल कपड़ा
  • एक तांबे का लोटा

विधि:

  • गुरुवार के दिन सुबह स्नान के बाद पूजा स्थान को स्वच्छ करें।
  • गोमती चक्र और हल्दी की गांठ को लाल कपड़े में बांधें।
  • इसे तांबे के लोटे में रखकर विष्णु भगवान के समक्ष रखें।
  • अब नीचे दिए गए मंत्र का 108 बार जाप करें:
    “ॐ श्रीं विष्णवे नमः।”
  • इस पोटली को घर की उत्तर दिशा में रखें।

लाभ:

  • बृहस्पति दोष और अन्य आर्थिक रुकावटों को दूर करता है।
  • लंबे समय से रुका हुआ धन वापस मिल सकता है।
  • लक्ष्मी कृपा बनी रहती है।

ध्यान दें:

  • इस प्रयोग को लगातार 3 गुरुवार तक करें।
  • हर सप्ताह नया गोमती चक्र और हल्दी का प्रयोग करें।

निष्कर्ष

कुंडली दोष वशीकरण उपाय केवल पूजा-पाठ का साधन नहीं बल्कि ऊर्जा को संतुलित करने का एक आध्यात्मिक तरीका भी हैं। ये उपाय सिर्फ तात्कालिक लाभ नहीं, बल्कि जीवन की दिशा को भी सकारात्मक रूप से बदल सकते हैं। यदि आप आर्थिक रुकावटों, धन की हानि या ग्रह दोषों से परेशान हैं, तो इन उपायों को श्रद्धा और नियमपूर्वक अपनाएं।

ध्यान रखें, हर वैदिक उपाय तभी प्रभावशाली होता है जब उसमें विश्वास, अनुशासन और नियमितता हो। वैदिक समाधान आपके जीवन को समृद्ध और सौभाग्यशाली बना सकते हैं।

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