जन्मपत्री और वेद एक साथ मिलकर व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा को प्रभावित करते हैं। भारत की प्राचीन वैदिक परंपरा में जन्मपत्री को आत्मा का खाका माना गया है, जबकि वेदों को ब्रह्मा का ज्ञान। जन्मपत्री और वेद से न केवल जीवन की घटनाएँ पूर्वानुमानित होती हैं, बल्कि उन्हें सुधारने के उपाय भी प्राप्त होते हैं। आइए जानें वे 7 रहस्य जो इन दोनों के ज्ञान से हमारे भविष्य को गहराई से प्रभावित कर सकते हैं। जन्म का सटीक समय और नक्षत्र का प्रभाव जब कोई व्यक्ति जन्म…
Read More