सोमरस, वैदिक युग का वह दिव्य पेय है जिसका उल्लेख ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद में सैकड़ों बार हुआ है। यह कोई साधारण पेय नहीं था, बल्कि एक ऐसा रहस्यमय तरल था जो देवताओं को अमरत्व प्रदान करता था और ऋषियों को अलौकिक चेतना की ओर ले जाता था। आधुनिक शोध और वैदिक ग्रंथों के गहन अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि सोमरस केवल एक पेय नहीं बल्कि एक ऊर्जा, एक चेतना और एक आयुर्वेदिक रहस्य था। आइए जानते हैं वे 5 रहस्य जो बताते हैं कि सोमरस हमारे जीवन…
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