सोमरस, वैदिक युग का वह दिव्य पेय है जिसका उल्लेख ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद में सैकड़ों बार हुआ है। यह कोई साधारण पेय नहीं था, बल्कि एक ऐसा रहस्यमय तरल था जो देवताओं को अमरत्व प्रदान करता था और ऋषियों को अलौकिक चेतना की ओर ले जाता था। आधुनिक शोध और वैदिक ग्रंथों के गहन अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि सोमरस केवल एक पेय नहीं बल्कि एक ऊर्जा, एक चेतना और एक आयुर्वेदिक रहस्य था। आइए जानते हैं वे 5 रहस्य जो बताते हैं कि सोमरस हमारे जीवन…
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5 कारण क्यों गृहस्थ धर्म वैदिक जीवन का सबसे शक्तिशाली आधार है
गृहस्थ धर्म न केवल वैदिक जीवन के चार आश्रमों में से एक है, बल्कि यह पूरी मानव सभ्यता की नींव भी है। गृहस्थ धर्म वह मंच है जहाँ व्यक्ति धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष — इन चार पुरुषार्थों का संतुलन बनाना सीखता है। यह धर्म जीवन के स्थायित्व, उत्तरदायित्व और सामाजिक संतुलन की नींव रखता है। नीचे हम जानेंगे वे 5 कारण जो स्पष्ट करते हैं कि गृहस्थ धर्म क्यों वैदिक जीवन का सबसे शक्तिशाली और आवश्यक आधार है। धार्मिक जिम्मेदारियों की शुरुआत यहीं से होती है गृहस्थ आश्रम में…
Read Moreएकांत साधना कैसे करें? जानिए लाभ, विधि और मानसिक शांति के रहस्य
एकांत साधना कैसे करें? जानिए लाभ, विधि और मानसिक शांति के रहस्य एकांत साधना एक ऐसी वैदिक प्रक्रिया है जो मन, मस्तिष्क और आत्मा को गहराई से जोड़ने का कार्य करती है। यह प्राचीन साधना पद्धति मानसिक अशांति, बाहरी शोर और जीवन के उलझनों से दूर जाकर आत्मिक शांति प्राप्त करने का श्रेष्ठ उपाय है। Vedadham के अनुसार, यह साधना न केवल अध्यात्मिक दृष्टिकोण से लाभदायक है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और आंतरिक ऊर्जा को सशक्त बनाने में भी अत्यंत प्रभावी है। एकांत साधना का मूल उद्देश्य क्या है? एकांत साधना…
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